बचपन तो बचपन होता है साहब
जहां से शुरू किया, उसी में ढल जाता है
उसे नहीं पता, अमीरी और गरीबी का भेद
मां बाप की मुस्कान में सच्चा सुख पाता है
बचपन तो बचपन होता है साहब
जहां से शुरू किया, उसी में ढल जाता है
उसे नहीं पता, अमीरी और गरीबी का भेद
मां बाप की मुस्कान में सच्चा सुख पाता है