- ब्रिटेन में जलवायु परिवर्तन पर आपातकाल
- लंदन में पिछले 11 दिन से चल रहे कड़े विरोध प्रदर्शन के चलते
- प्रदर्शनकारियों ने शहर की सड़कें बंद कर दी तथा लंदन भूमिगत परिवहन प्रणाली को पंगु बना दिया
- ब्रिटिश संसद द्वारा पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन को लेकर आपातकाल घोषित
- संसद द्वारा जलवायु आपातकाल की घोषणा से पहले ही ब्रिटेन के दर्जनों कस्बों और शहरों ने जलवायु आपात स्थिति घोषित कर दिया था
- लोगाें के अनुसार वे 2030 तक कार्बन न्यूट्रल हो जाना चाहते हैं
- कार्बन न्यूट्रल – कार्बन का उतना ही उत्सर्जन जो प्राकृतिक रुप से समायोजित किया जा सके
- कुछ स्थानीय परिषदों द्वारा प्रस्तावित लक्ष्य हासिल करने के लिए इलेक्ट्रिक कार हब शुरु करने का वादा
- ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश
- विपक्ष द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर हुई घोषणा
- ब्रिटिश काउंसलर कार्ला डेनियर द्वारा लाए गए प्रस्ताव को नवंबर में नगर परिषद ने पारित किया था
- ब्रिटेन और दुनिया भर के हजारों छात्र भी आंदोलन में शामिल
- स्वीडन की स्कूली छात्रा ग्रेटा थनबर्ग ने जलवायु परिवर्तन को बड़ा खतरा बताते हुए देश के राजनीतिज्ञों को संबोधित भी किया था
- आंदोलन का प्रसार जर्मनी और अन्य यूरोपीय देशों में भी
- देशों की चिंता–
- मालदीव – ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के खतरों के प्रति आगाह करने के लिए मंत्रियों द्वारा समुद्र के पानी में उतर कर कैबिनेट की बैठक
- नेपाल – दिसंबर 2009 में दुनिया की सबसे उंची कैबिनेट बैठक माउंट एवरेस्ट के आधार शिविर पर
- उद्देश्य – औद्योगिक देशों का ध्यानाकर्षण कि उनकी गतिविधियाँ ग्लोबल वार्मिंग के लिए जिम्मेदार
- संयुक्त राष्ट्र की चिंता –
- जलवायु परिवर्तन से होने वाली तबाही से बचने के लिए सिर्फ 12 साल का समय शेष। अगर इस समस्या का समाधान जल्दी नहीं किया गया तो धरती पर तबाही आ जाएगी
- जलवायु परिवर्तन की अवधारणा –
- IPCC की रिपोर्ट ने पहली बार आगाह किया था कि औद्योगिक क्रांति के बाद से पृथ्वी का औसत तापमान साल–दर–साल बढ़ रहा है। गर्मियाँ लंबी होती जा रही हैं और सर्दियाँ छाेटी। प्राकृतिक आपदाओं की आवृत्ति और प्रवृत्ति बढ़ रही है। ऐसा ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन की वजह से हो रहा है।
- लंदन में पिछले 11 दिन से चल रहे कड़े विरोध प्रदर्शन के चलते
- ब्रिटेन में पहली बार वाेटरों द्वारा सांसद को हटाया गया
- पूर्वी इंग्लैंड के पीटरबरो शहर की सांसद फियोना ओन्सान्या को तेज कार चलाने के आरोप में तीन माह के जेल की सजा के बाद
- 28 प्रतिशत वोटरों द्वारा सांसद को पद से हटाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर
- ब्रिटेन में किसी सांसद को पदच्युत करने के लिए न्यूनतम दस प्रतिशत वोटरों का हस्ताक्षर आवश्यक है। यह तरीका एक साल से कम सजा पाने वाले सांसदों के लिए अपनाया जाता है क्योंकि ऐसे सांसदों की सदस्यता स्वतः समाप्त नहीं होती
- अफगान शांति सम्मेलन में संघर्ष विराम की मांग
- अफगानिस्तान में 18 साल से जारी संघर्ष खत्म करने के प्रयास तेज
- अमेरिका द्वारा आतंकी संगठन तालिबान के साथ वार्ता के दौर जारी
- दूसरी तरफ अफगान सरकार द्वारा राजधानी काबुल में चार दिवसीय शांति सम्मेलन का आयोजन
- कबायली परिषद लोया जिरगा में तीन हजार से ज्यादा लोग आमंत्रित
- लोया जिरगा – कबायली परिषद को ही लोया जिरगा कहा जाता है । करीब एक सदी पुरानी इस संस्था का उपयोग विरोधी कबायलियों, गुटों और जातीय समूहों के बीच सहमति बनाने के लिए किया जाता है
- देश में छ्डि़े संघर्ष, तालिबान के साथ अमेरिका की वार्ता और शांति की राह तलाशने के मसलों पर चर्चा
- अंतरिम सरकार के गठन की मांग ठुकराई। राष्ट्रपति गनी का कार्यकाल इसी माह में समाप्त होने वाला है।
- अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी द्वारा उद्घाटन
- राष्ट्रपति द्वारा तालिबान को भी आमंत्रण
- तालिबान का यह कहते हुए इंकार कि वह लोया जिरगा में होने वाले किसी फैसले या प्रस्ताव को कभी स्वीकार नहीं करेगा
- तालिबान के विरोध के कारण ही अमेरिका के साथ होने वाली उसकी वार्ता में अफगान सरकार को शामिल नहीं किया गया
- अमेरिका और तालिबान के बीच छठें दौर की वार्ता इस समय कतर की राजधानी दोहा में चल रही है
- तालिबान का यह कहते हुए इंकार कि वह लोया जिरगा में होने वाले किसी फैसले या प्रस्ताव को कभी स्वीकार नहीं करेगा
- कबायली परिषद लोया जिरगा में तीन हजार से ज्यादा लोग आमंत्रित
- चंद्रयान–2 को जुलाई में लांच करने की योजना
- चंद्रयान–2 के सभी modules को 9 जुलाई से 16 जुलाई 2019 के बीच लांच करने के लिए तैयार किया जा रहा है
- चंद्रयान– 2 के तीन module –
- Orbiter
- Lander (विक्रम)
- Rover (प्रज्ञान)
- चंद्रयान– 2 के तीन module –
- चंद्रमा की सतह पर 7 सितंबर को उतरने की संभावना
- भारत के पहले मिशन चंद्रयान–1 को 2008 में Crash Land (Hard Landing) कराया गया था
- ISRO के अनुसार Crash Landing में MIP कई टुकड़ों में टूट गया था
- अभी तक चांद पर अमेरिका, रुस और चीन ही Soft Landing करा पाए हैं
- चंद्रयान–2 के सभी modules को 9 जुलाई से 16 जुलाई 2019 के बीच लांच करने के लिए तैयार किया जा रहा है
- एस्टेरॉयड इटोकावा के नमूनों में पानी की खोज
- जापानी यान हायाबुसा द्वारा एकत्र नमूने में
- 2003 में लांच इस यान ने 2010 में अपना मिशन खत्म किया था और वर्ष 2005 में 1500 से ज्यादा धूल के कण एकत्र किए थे
- पांच कणों में से दो में पाइरॉक्सिन नाम खनिज की पहचान
- वहाँ के स्थलीय नमूनों में पाइरॉक्सिन की क्रिस्टल संरचना में पानी मिला
- 2003 में लांच इस यान ने 2010 में अपना मिशन खत्म किया था और वर्ष 2005 में 1500 से ज्यादा धूल के कण एकत्र किए थे
- इटोकावा छुद्रग्रह का आकार मूंगफली जैसा है। यह करीब 1800 फीट लंबा और 1000 फीट चौड़ा है। इसे सूर्य की एक परिक्रमा करने में 18 महीने का समय लगता है
- जापानी यान हायाबुसा द्वारा एकत्र नमूने में
- त्वचा कोशिकाओं से भ्रूण के स्टेम सेल का निर्माण
- त्वचा कोशिकाओं को बदलकर स्टेम सेल बनाने का एक नया तरीका
- भ्रूण संबंधी विकारों को ठीक करने में सहयोगी एक नया तरीका
- येरुशलम के हिब्रू यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार जीन में इतनी क्षमता होती है कि वह म्यूरिन त्वचा को अन्य तीन प्रमुख सेल में बदल सकता है।
- संभव है कि भविष्य में अंडों के बिना भी त्वचा की कोशिकाओं से वैज्ञानिक पूरा भ्रूण बनाने में सफल हो जाएं
- अध्ययन में भ्रूण संबंधी दोषों के व्यापक प्रभाव के बारे में प्रकाश डाला गया है।
- यह तरीका बांझपन की समस्याओं का हल निकालने में भी सक्षम
- त्वचा कोशिकाओं को बदलकर स्टेम सेल बनाने का एक नया तरीका
- गंदे पानी से हाइड्रोजन अलग कर स्वच्छ ईंधन का निर्माण
- सूर्य के प्रकाश का इस्तेमाल करके औद्योगिक इकाईयाें से निकलने वाले अपशिष्ट जल से हाइड्रोजन को अलग कर स्वच्छ ईंधन बनाने के लिए स्वच्छ और सस्ता मार्ग प्रशस्त
- “Energy and Environmental Science” Journal में प्रकाशित अमेरिका की प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अध्ययन में दावा किया गया है कि इस प्रक्रिया के जरिए सामान्य प्रक्रिया के मुकाबले दोगुना हाइड्रोजन का उत्पादन किया गया
- खास तौर पर डिजाइन किए गए एक चैंबर में काले सिलिकान इंटरफेस के साथ इस तकनीक का प्रयोग करके अपशिष्ट जल से पानी और हाइड्रोजन गैस को अलग किया गया
- इस प्रक्रिया में बैक्टीरिया के द्वारा अपशिष्ट जल में मौजूद कार्बनिक पदार्थों को जब नष्ट किया जाता है तो उसमें विद्युत प्रवाह उत्पन्न होता है जो पानी से हाइड्रोजन को पृथक करने में मदद करता है
- खास तौर पर डिजाइन किए गए एक चैंबर में काले सिलिकान इंटरफेस के साथ इस तकनीक का प्रयोग करके अपशिष्ट जल से पानी और हाइड्रोजन गैस को अलग किया गया
- आम तौर पर हाइड्रोजन का उत्पादन तेल, गैस और कोयले पर निर्भर करता है और एनर्जी – इंटेंसिव विधि के जरिए भाप से हाइड्रोकार्बन स्टॉक का प्रसंस्करण किया जाता है।
- उच्च स्तरीय रसायन जैसे मीथेनॉल और अमोनिया बनाने के लिए हाइड्रोजन गैस को कार्बन और नाइट्रोजन के साथ मिलाया जाता है
- हाइड्रोजन का इस्तेमाल वाहनों के ईंधन के रुप में भी किया जा सकता है
- केमिकल इंडस्ट्री आज सबसे ज्यादा हाइड्रोजन का इस्तेमाल और उत्पादन करने वाली इंडस्ट्री है
साभार– दैनिक जागरण (राष्ट्रीय संस्करण) दिनांक 03 मई 2019