- मिशन शक्ति के कारण अंतरिक्ष में फैला अधिकांश कचरा नष्ट
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी के अनुसार भारत द्वारा 27 मार्च को किए गए ऐतिहासिक मिशन शक्ति के परीक्षण से पैदा हुआ अधिकांश कचरा अब तक नष्ट हो चुका है।
- मुख्य न्यायाधीश द्वारा पहली बार अवकाश पीठ का नेतृत्व
- भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई द्वारा पहली बार 25 से 30 मई तक अवकाश पीठ के नेतृत्व का फैसला
- 23 मई को आने वाले लोकसभा चुनाव के परिणाम के आलोक में लिया गया फैसला
- सुप्रीम कोर्ट में हर वर्ष 13 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश होता है और इस दौरान दो सदस्यीय खण्डपीठ अवकाश पीठ के रुप में कार्य करती है। यह खण्डपीठ रोटेशन के आधार पर काम करती है और बेहद संवेदनशील मामलों की ही सुनवाई करती है।
- भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई द्वारा पहली बार 25 से 30 मई तक अवकाश पीठ के नेतृत्व का फैसला
- पहला स्वचालित डिजिटल कंप्यूटर
- 12 मई 1991 को जर्मनी के सिविल इंजीनियर काेनराड ज्यूस ने पहला प्रोग्रामेबल यानी पूरी तरह से स्वचालित जेड–3 नाम का डिजिटल कंप्यूटर दुनिया के सामने पेश किया
- ज्यूस को आधुनिक कंप्यूटर के आविष्कारक के रुप में देखा जाता है
- भारी पशुओं के लिए वरदान – Hybrid External Fixater
- IVRI के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार जानवरों की जोड़ वाली हड्डी जोड़ने में सक्षम उपकरण
- उपकरण की मजबूती जांचने के लिए IIT रुड़की की मदद से Bio Mechanical Testing
- इस टेस्ट में compression के जरिए देखते हैं कि यह कितना दबाव सहन कर सकता है। उसके पश्चात लचीलेपन की परख होती है। इसके अलावा bending force के जरिए जोड़ की क्षमता देखते हैं।
- पहले भारी जानवरों के शरीर की सीधी हडि्डयाँ ही रॉड की मदद से जोड़ी जा सकती थीं। किसी जोड़ वाली हड्डी के टूटने का कोई उपचार नहीं था।
- Eco-Friendly Detergent निर्माण के फॉर्मूले की खोज
- हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय के Oil Technology विभागाध्यक्ष प्रो० आर के त्रिवेदी द्वारा इस फॉर्मूले की खोज
- टाटा मैक्ग्रा हिल द्वारा प्रकाशित पुस्तक Detergent and the Environment के लेखक
- अब ʺलीनियर एल्किल बेंजीन सल्फाेनेट‘ की जगह डिटर्जेंट निर्माण में ʺबायो सर्फेक्टेंट‘ का इस्तेमाल होगा
- प्रो० त्रिवेदी के मुताबिक केमिकल इंडस्ट्री से निकलने वाली बेकार सामग्री से बायो सर्फेक्टेंट बनाए जा सकते है
- Detergent में builder के तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले फास्फेट के बिना भी इसे बनाया जा सकेगा।
- खारे पानी का असर कम करने वाले फास्फेट की जगह एंजाइम्स का इस्तेमाल किया जाएगा जो कि दाल, हल्दी और ग्रेवी के दाग छुड़ाने में कारगर होगा
- कम पानी में भी काम करेगा
- मिथिल फार्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत एक ऐसा सर्फेक्टेंट तैयार किया जा रहा है जिसमें झाग कम से कम होगा तथा builders के तत्व भी इनमें शामिल होंगे
- वर्तमान में डिटर्जेंट Active, Builders और Fillers इन तीन चीजों से तैयार किया जाता है जिनमें Active और Builders जरुरी हैं जबकि Fillers का इस्तेमाल हानिकारक है।
- मजे की बात यह है कि Fillers का इस्तेमाल Detergent निर्माण में 60 प्रतिशत तक किया जा रहा है
- Fillers के अंतर्गत सोडियम सल्फेट, खनिज पदार्थों का चूरी और नमक आते हैं
- हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय के Oil Technology विभागाध्यक्ष प्रो० आर के त्रिवेदी द्वारा इस फॉर्मूले की खोज
साभार– दैनिक जागरण (राष्ट्रीय संस्करण) दिनांक 12 मई 2019