हर लेखक की सबसे बड़ी पूंजी होते हैं उसके पाठक। पाठकों के बिना लेखक का कोई अस्तित्व नहीं है। वो पाठक ही होते हैं जो उसे सुंदर से सुंदरतम रचना के सृजन के लिए प्रेरित करते हैं और अपने बहुमूल्य सुझावों द्वारा उत्तरोत्तर सुधार में सहायक होते हैं। ब्लॉगिंग की ऑनलाइन दुनिया में एक ब्लॉगर की सफलता का पैमाना अक्सर उसके ब्लॉग के फॉलोअर्स की संख्या को माना जाता है। मेरी समझ से फॉलोअर्स शब्द वास्तव में एक गलत चयन है क्योंकि लेखक चाहे पुस्तक लिखे या ब्लॉग, उसे रचनात्मक पाठक चाहिए होते हैं और इसलिए ये तथाकथित फॉलोअर्स मेरे लिए मेरे लेखन के सबसे कुशल सारथी हैं और मैं इन्हें फॉलोअर्स की बजाय अपना साथी या मित्र कहना ज्यादा पसंद करूंगा।
आप सभी को यह सूचना देते हुए मुझे बहुत खुशी है कि आपके अपने ब्लॉग अलबेला दर्पण by Arun अर्पण पर हमारे मित्रों की संख्या 100 का आंकड़ा पार कर चुकी है। सोशल मीडिया के मित्रों को मिलाकर यह आंकड़ा लगभग 330 के आसपास है।
आज दिन के अंत में आप सभी ने मुझे अत्यन्त खुशी का अवसर प्रदान किया है और आप सबके इस सहयोग और योगदान के लिए मैं आप सभी का हृदय से आभारी हूं। प्रार्थना है कि ये सहयोग सदा कायम रखें और निरंतर सुधार हेतु प्रेरित करते रहें।
आप अपने रचनात्मक सुझाव commemt सेक्शन के अतिरिक्त हमारी ईमेल आईडी albeladarpan@gmail.com पर भी भेज सकते हैं।

Congrats!!!!
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Thanks 😊
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Congratulations Pandey ji
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Thanks tiwari g 😊
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Congratulations!!
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Thanks 😊
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Congratulations 💐
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Thanks
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Congratulations for getting 100 followers on WordPress. Many more to come… 🙂
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Thanks a lot 😊
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