- प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को तीन महीने में बंद करने का आदेश
- राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बाेर्ड को दिया आदेश
- देशभर में गंभीर रुप से प्रदूषित और बेहद प्रदूषित इलाकों में तीन महीने के भीतर प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाईयाें को बंद करने का निर्देश
- NGT ने टिप्पणी की है कि लोगों के स्वास्थ्य की कीमत पर औद्योगिक विकास नहीं हो सकता
- नियुक्ति – राज्यपाल
- छत्तीसगढ़ की राज्यपाल – अनुसूइया उइके
- मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की जगह लेंगी जिनके पास पिछले साल बलराम दास टंडन के निधन के बाद छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार था
- आंध्र प्रदेश के राज्यपाल – विश्वभूषण हरिचंदन
- तेलंगाना के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन की जगह लेंगे जिनके पास आंध्र प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार था
- नरसिम्हन संप्रग सरकार में नियुक्त एकमात्र राज्यपाल थे जिन्हें मोदी सरकार ने पद से नहीं हटाया था
- तेलंगाना के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन की जगह लेंगे जिनके पास आंध्र प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार था
- छत्तीसगढ़ की राज्यपाल – अनुसूइया उइके
- देश के हर अस्पताल पर 15.48 लाख का जुर्माना
- जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट प्रबंधन अधिनियम 2016 की अनदेखी पर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण का फैसला
- बायो मेडिकल वेस्ट का सही ढंग से निस्तारण नहीं करने के लिए प्रत्येक Common Waste Treatment Plant पर करीब 38.70 लाख का जुर्माना
- फैसले के महत्वपूर्ण बिंदु –
- किसी भी राज्य के पास बीएमडब्ल्यू के सुरक्षित निस्तारण के न तो इंतजाम हैं और न ही कोई Action Plan
- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु सहित 15 राज्यों में प्लांट तो हैं फिर भी बीएमडब्ल्यू का निस्तारण जमीन में दबा कर किया जा रहा है
- अरुणांचल प्रदेश , गोवा, मिजोरम सहित 6 राज्यों में बीएमडब्ल्यू निस्तारण के लिए प्लांट ही नहीं हैं
- उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित 10 राज्यों में बीएमडब्ल्यू की घोषित मात्रा आबादी के सापेक्ष बेहद कम
- राज्यों ने बीएमडब्ल्यू की स्थिति को लेकर कोई पड़ताल ही नहीं की
- 25 प्रतिशत अस्पतालों के एनओसी लंबित
- दो लाख साल पहले ही यूरोप पहुंच गया था इंसान
- दक्षिण ग्रीस के पेलोपोनीज इलाके में एपिडिमा नाम की एक गुफा में पाई गई मानव खोपड़ी (एपिडिमा–1) के टुकड़े (खोपड़ी का पिछला हिस्सा) को यूरोप में खोजा गया अब तक का सबसे पुराना जीवाश्म बताया जा रहा है
- एपिडिमा–2 में किसी चेहरे के 66 टुकड़े थे और यह करीब 1 लाख 70 हजार साल पुराना था
- नेचर जर्नल में प्रकाशित एक शोध के अनुसार यूरोप में आधुनिक इंसानों का जो सबसे पुराना अवशेष मिला था वो 45 हजार साल पुराना था जबकि ग्रीस में मिला जीवाश्म (एपिडिमा– 1) दो लाख दस हजार साल से भी ज्यादा पुराना है
- अफ्रीका में करीब तीन लाख साल पहले आदि मानव का विस्तार हो चुका था तथा इस खोज से इस विचार को भी मिला है कि मानव प्रजाति अफ्रीका से दूसरी जगहों पर जाकर बसी थी
- चंद्रमा पर पहले सफल मानव अभियान के 50 साल पूरे
- 16 जुलाई 1969 को चंद्रमा पर पहला सफल मानव अभियान (अपोलो–11) को रवाना किया गया था
- यह यान चार दिन की यात्रा के बाद 20 जुलाई 1969 को चांद की सतह पर उतरा था
- चांद से वापसी की यात्रा कोलंबिया नामक यान में ही हुई थी
- अपोलो–11 के कमांडर और चांद की जमीन पर पहला कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रांग का 2012 में निधन हो चुका है जबकि दूसरे व्यक्ति एडविन एल्ड्रिन 89 वर्ष के हो चुके हैं। उस यान के तीसरे व्यक्ति माइकल कोलिंस (88) उस ऐतिहासिक यात्रा में तो साथ थे लेकिन सतह पर नहीं उतरे थे और कोलंबिया नामक मुख्य यान में ही रह गए थे
- चंद्रमा पर अब तक केवल 12 लोग उतरे हैं जिनमें से केवल 4 ही अब जीवित हैं
- 16 जुलाई 1969 को चंद्रमा पर पहला सफल मानव अभियान (अपोलो–11) को रवाना किया गया था
- केन्या में मिला सबसे छोटे बंदर का जीवाश्म
- जंगली खरगोश के बराबर आकार
- केन्या के राष्ट्रीय संग्रहालय और अमेरिका की अराकंसास यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक नैनोपिथेकस ब्राउनी नामक इन बंदरों का आकार आधुनिक तालपोइन बंदरों जैसा ही रहा होगा
- तालपोइन विश्व में बंदरों की सबसे छोटी जीवित प्रजाति में से एक है
- इसका वजन मात्र दो से तीन पाउंड ही होता है
- गुयोन नामक बंदरों के एक समूह का हिस्सा
- अफ्रीका में सर्वाधिक उपलब्धता
- मध्य अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय जंगलों तक सीमित
- शोधकर्ताओं के अनुसार नैनोपिथेकस ब्राउनी के जीवाश्म केन्या के पूर्वी क्षेत्र कानापोई में पाए गए हैं और उनका अनुमान है कि दलदली इलाकों में रहने के कारण इनका आकार छोटा रह गया होगा
साभार – दैनिक जागरण (राष्ट्रीय संस्करण) दिनांक 17 जुलाई 2019
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