- गर्भपात का अधिकार
- संदर्भ – The Medical Termination of Pregnancy Act 1971 से जुड़े दो अलग अलग मामलों पर अदालतों के फैसले
- पहला मामला – प्रियंका शुक्ला बनाम भारत सरकार
- दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ का फैसला
- फैसले के अनुसार केवल इस आधार पर termination of pregnancy के अधिकार को खत्म नहीं किया जा सकता कि गर्भधारण की अवधि 20 सप्ताह से अधिक है
- दूसरा मामला – एक जनहित याचिका के आलोक में सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्र सरकार को नोटिस
- याचिका में the medical termination of pregnancy act 1971 की धारा 3(2), 3(4) और धारा 5 को चुनौती दी गई है तथा इन्हें संविधान के अनुच्छेद 14 के तहत कानून के समक्ष समानता के अधिकार और संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत स्वस्थ और गरिमामय जीवन के अधिकार के विरुद्ध बताया गया है
- The Medical Termination of Pregnancy Act 1971 की धारा 3(2) के अनुसार यही गर्भावस्था से माता के जीवन को किसी तरह का खतरा हो या फिर उसके शारीरिक – मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ सकता हो या पैदा होने वाले बच्चे में इस तरह की कोई शारीरिक या मानसिक विकृति हो जिससे जन्म के बाद उसके जीने की संभावना बहुत कम हो या उसके गंभीर रूप से विकलांग होने की आशंका हो तो गर्भधारण के 12 सप्ताह की अवधि तक एक रजिस्टर्ड डॉक्टर से गर्भपात करवाया जा सकता है। गर्भधारण की अवधि 12 से 20 सप्ताह होने की दशा में दो या अधिक रजिस्टर्ड डॉक्टर की मंजूरी आवश्यक है।
- इसी एक्ट की धारा 5 के अनुसार यदि दो या अधिक पंजीकृत डॉक्टर की सलाह है कि प्रेग्नेंसी से महिला के जीवन को तत्काल कोई खतरा है तो उसकी प्रेग्नेंसी को 20 सप्ताह के बाद भी मेडिकली टर्मिनेट करने की अनुमति दी जा सकती है। दोनों अदालतों का फैसला एक्ट की इसी धारा के तहत दिया गया है।
- गर्भपात पर फैसले का अधिकार किसे –
- अक्टूबर 2017 के अनिल कुमार मल्होत्रा बनाम पसरिचा के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वैवाहिक संस्था के अंदर अपने पति के साथ शारीरिक संबंध बनाने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि महिला ने बच्चा पैदा करने के लिए भी सहमति दी है। विवाह करने का मतलब यह नहीं है कि महिला बच्चा पैदा करने की कोई मशीन है।
- इस फैसले का सीधा सा अर्थ है कि प्रेग्नेंसी को तय करने का पूरा अधिकार महिला को है और पुरुष इसके लिए उस पर कोई दवाब नहीं बना सकता
- इस मुद्दे पर अंतिम स्थिति सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी।
- Paid Parents का Concept
- 2005 से ही चेन्नई में प्रचलित
- इसके तहत बच्चे के समुचित पालन पोषण की जिम्मेदारी एक निश्चित शुल्क पर एक तय अभिभावक को दे दी जाती है
- इस प्रावधान का उल्लेख देश के किसी भी कानून में नहीं है
- अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस – 29 जुलाई पर विशेष
- वैज्ञानिक नाम – पैंथरा टाइग्रिस
- वजन – 220 – 660 पाउंड
- लंबाई – 6 से 10 फीट
- आहार – एक समय में 88 पाउंड मांस खा जाता है
- भारत दुनिया के 70 प्रतिशत बाघों का घर है
- National Tiger Conservation Authority के अनुसार भारत में 2014 में हुई बाघ गणना में 2226 बाघ पाए गए थे जो 2010 के 1706 बाघों की तुलना में काफी अधिक है
- बाघ दिवस की शुरुआत –
- 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में एक शिखर सम्मेलन में मनाए जाने की घोषणा
- उद्देश्य – बाघ संरक्षण को प्रोत्साहित करना और उनकी घटती संख्या के प्रति लोगों को जागरूक करना
- लक्ष्य – वर्ष 2020 तक बाघों की संख्या को दोगुना करना
- वैश्विक आबादी –
- World Wildlife Fund के अनुसार दुनिया में लगभग 3900 बाघ ही बचे हैं
- 20 वीं सदी की शुरुआत के बाद से बाघों की संख्या में लगभग 95 प्रतिशत की कमी अाई है
- 1915 में बाघों की संख्या एक लाख से अधिक थी
- घटती आबादी की वजह –
- वन क्षेत्र का कम होना
- चमड़े, हड्डियों और शरीर के अन्य भागों के लिए अवैध शिकार
- जलवायु परिवर्तन
- जिंदा प्रजातियां –
- साइबेरियन टाइगर
- बंगाल टाइगर
- Indochinese Tiger
- मलायन Tiger
- सुमात्रा टाइगर
- विलुप्त प्रजातियां –
- बाली टाइगर
- कैस्पियन टाइगर
- जावन टाइगर
- प्रोजेक्ट टाइगर –
- 1973 में तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार द्वारा प्रारंभ
- उद्देश्य – भारत में उपलब्ध बाघों की संख्या के वैज्ञानिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और पारिस्थितिक मूल्यों का संरक्षण सुनिश्चित करना
- इसके अन्तर्गत अब तक 50 टाइगर रिजर्व बनाए जा चुके हैं
- ऑरिगा नक्षत्र में हुई 23 तारों की पहचान
- आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान तथा थाईलैंड के राष्ट्रीय खगोलीय अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा 23 युवा चरकांति (variable) तारों की पहचान
- ऑरिगा नक्षत्र में लगभग 6.7 प्रकाश वर्ष दूर स्थित क्लस्टर स्टॉक – 8 और उसके आसपास के क्षेत्र के फोटोमैट्रिक प्रेक्षण लिए गए
- इस क्लस्टर में नवजात और युवा सितारों का समूह है
- स्टार क्लस्टर –
- यह तारा पुंजों में कुछ ही हजार तारों का समूह होता है जो गुरुत्वाकर्षण बल से एक दूसरे से जुड़े होते हैं और आकाशगंगा की सतह में मौजूद उसके केंद्र की परिक्रमा करते हैं
- इनकी आयु कुछ सौ मिलियन वर्ष ही होती है
- ये सर्पिल और अनियमित आकाशगंगाओं के तारे बनने की प्रक्रिया में पाए जाते हैं
- तारों के इस समूह में चरकांति तारों की जानकारी बहुत कम है
- इनकी आयु लगभग 3 मिलियन वर्ष है
- एरीज की 1.04 और थाईलैंड की 2.4 मीटर व्यास की दूरबीन के जरिए यह शोध किया गया
- महत्वपूर्ण घटनाक्रम –
- भारत – श्रीलंका के बीच समझौता
- 1987 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और श्रीलंका के प्रधानमंत्री जे आर जयवर्धने के बीच सिंघलियों और तमिलों के बीच चल रहे गृहयुद्ध को रोकने हेतु शांति समझौता
- समझौते के बाद भारतीय सेना ने 11 अक्टूबर 1987 को ऑपरेशन पवन शुरू किया था
- नासा की स्थापना
- अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी
- 1958 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ड्वाइट डेविड आइजनहावर द्वारा national aeronautics and space act पारित कराया गया
- अंतरिक्ष में शोध के क्षेत्र में दुनिया की सबसे अग्रणी वैज्ञानिक एजेंसी
- भारत – श्रीलंका के बीच समझौता
- विविध –
- पायलट का लाइसेंस हासिल करने वाले प्रथम भारतीय – जहांगीर रतनजी दादाभाई (जेआरडी) टाटा
साभार – दैनिक जागरण (राष्ट्रीय संस्करण) दिनांक 29 जुलाई 2019