मेरी उसकी बातें.. 15Jun 2022Add a comment रुक जाऊंगी तो बहक जाऊँगी इस महफ़िल में महक जाऊँगीचाँद के दीदार से सवंर जाऊंगी बादलो के अत्याचार से बिखर जाऊंगीबुलाया है, मुझको अकेला तन्हा उसकी चाहत की झुरमुट में निखर जाऊंगीऐ चाँद आज ऐसे ना घूर मुझे इस ठंड में भी वरना पिघल जाऊंगीआना है तो आज रात मेरे आग़ोश में आ तेरी रंगत में मैं भी ढल जाऊंगी Share with friends :TweetTelegramWhatsAppEmailPrintShare on TumblrPocketLike this:Like Loading... Related