कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 71 24 Apr 2022 ग्रामीण शिक्षा की बदहाल स्थिति ड्रेस, बूट, कॉपी, बुक, टीचर भी मुफ्त मगरसरकारी स्कूलों से क्यों जनता बिदकाय रहीभरे हैं महीने भर की कमाई फीस में परकॉन्वेंट नाम पर क्यों…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 70 5 Apr 2022 सौदेबाज दिल रकीबों की अहद चौखट मिली इंसाफ के बदलेया शायद हम दिलों की चौरसों में थे निरे भोले चले थे आदमों की जात में पाने को एक इंसानबड़ी मुश्किल…
कविता/poetry नैन 25 Mar 202226 Mar 2022 दो नैन बड़े मतवाले हैजो घायल करने वाले है❤️❤️❤️❤️❤️❤️वो क़ातिल बड़े अनोखे हैंगुपचुप सब कुछ देखे हैं❤️❤️❤️❤️❤️❤️ऐसा असर कर जाते हैंआशिक़ यूँ ही मर जाते हैं❤️❤️❤️❤️❤️❤️निर्दोष हैं नैना जाने दोउठते…
कविता/poetry सुनो पिया ❤️ 9 Mar 20229 Mar 2022 ❤️❤️❤️❤️❤️❤️ मैं जब दुल्हन बन पिया तेरे घर को आऊंगी आंखो में हजारों सपने ले कर संग आऊंगी बाबुल का घर छोड़ दिया तुम संग प्रीत लगाई है अब तुम्हारा…
कविता/poetry नारी का सम्मान 8 Mar 20228 Mar 2022 हे नारी तेरी महिमा को मैं किन शब्दों में गाऊंतेरी तपस्या की महिमा शब्दों में बयां ना पाऊँअपनी खुशियां भुलाकर तू सुख सबको देतीपोंछकर आंखों से आंसू दुख सबके हर…
कविता/poetry प्रेम 7 Mar 20227 Mar 2022 प्रेम में होने से प्रेम को खोने तक।प्रेम को जीने से प्रेम के लिए मरने तक।प्रेम की उपलब्धता से प्रेम के चयन तक।प्रेम की जागृति से प्रेम के शयन तक।प्रेम…
कविता/poetry… महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ 1 Mar 2022 पुरुष और प्रकृति के सहअस्तित्व का प्रतीक महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएँ। पौराणिक मान्यताओं में आज के दिन को शिव एवं शक्ति के मिलन…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 69 2 Feb 20222 Feb 2022 दुखीराम चाकू 🔪 बहुत थे दुखी कल दुखीराम भाईप्रखर होने की भी सजा जिसने पाई बहुत पूछने पर भी कुछ ना बताएहड़ताल की जिद करे और जताए बहुसूत्री मांगों का…
कविता/poetry (FEATURED POST) 27 Jan 202227 Jan 2022 (कविता) : प्रेम :: संजीवनी Get Featured on Albela Darpan रचयिता : अंजलि राय सौभाग्यशाली मनुष्यों केहिस्से मेंआता है प्रेम पर मेरे हिस्से में आयावो ईश्वरजो स्वयं इस भाव सेवंचित…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 68 16 Jan 2022 Eternity (A Life after Death?) What if reincarnation was really reality?What if agnate got to witness true cruelty?How saddened he would be watching all facets?Yes! they are his family, friends…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 67 1 Jan 20221 Jan 2022 अजी सुनते हो हैलो जी, हैलो जी; मेरी भी सुनो जी 📢पते की कहूं बात सुनकर गुनो जी 🎷 मिले थे हरिश्चंद्र, मदिरा के मद में 🥂मगर पत्नी को व्यस्तता…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 66 12 Nov 202112 Nov 2021 बर्बाद गुलशन मर चुकी मानवता में क्यों जान देखते हो तुमझूठ और फरेबों में क्यों ईमान देखते हो तुममतलबी यारानों में क्यों यार देखते हो तुमटूटते घरानों में क्यों प्यार…