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अलबेला दर्पण | Albela Darpan

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Category: शायरी

शायरी

शायरी – 45

13 Jun 2020
अरमान बुझी स्याही जब कागज पर उड़ेल दी जाती हैदिल के तूफान को जब शब्दों की पतवार मिल जाती हैदुनिया के आडंबर को जब कलम आईना दिखाती हैशब्दों की डोर…
शायरी

शायरी – 44

18 May 2020
चलते रहो सांसों के आखिरी छोर तकरुकने वालों की मंजिल केवल मौत हैसच है कि मरना है हर जन्मे जीव कोलेकिन घुटकर मरना भी कोई मौत है ? © Arun…
शायरी

शायरी – 43

15 May 2020
पथ कंटकों से पुष्प चुनने का ख्याल अच्छा हैदो पल सुकून के लिए थोड़ा बवाल अच्छा हैवापस संभलने के लिए खुद से सवाल अच्छा हैअस्तित्व की तलाश में थोड़ा मलाल…
शायरी

शायरी – 42

4 May 20204 May 2020
वो निकल पड़ते हैं अंधी राह पर खामोश मगन होकेइश्क़ ही जब जहर से हो तो मरने से कब तक रोकें © Arun अर्पण
शायरी

शायरी – 41

15 Mar 2020
सच्चाई है कि उम्मीद अगले पल की भी नहींऔर वो कहते हैं कि उम्मीद पर दुनिया कायम है © Arun अर्पण
शायरी

शायरी – 40

18 Dec 201918 Dec 2019
अक्सर ही देर हो जाती है जब भाव दिलों पर हावी हो, अक्सर ही देर हो जाती हैजब एकतरफा अहसास मिले, अक्सर ही देर हो जाती हैसंवाद की राह दिखे…
शायरी

शायरी – 39

18 Nov 201918 Nov 2019
हूं मैं कातिल दिलों का, मुकद्दस नहींपर दिलों में सभी के ही बसता हूं मैंहै फसाना ये दिल का, खबर है मुझेफिर भी दिल की ग़ज़ल आज लिखता हूं मैं…
शायरी

शायरी – 38

29 Oct 201918 Sep 2021
ग़म की सूरत भी जिनकी नजर में नहींसोचते हैं कि इतना क्यों हंसता हूं मैंजिनको भावों की दिल के कदर ही नहींसोचते हैं कि इतना क्यों सस्ता हूं मैंजिनकी नजरें…
शायरी

शायरी – 37

7 Oct 20197 Oct 2019
एक यही अदा तो सीखा है नदी के बहाव सेअपनी रौ में बहना और किनारों की परवाह न करना © अरुण अर्पण Image credit - Google images
शायरी

शायरी – 36

26 Sep 201926 Sep 2019
नहीं याद दिलाना पड़ता कि, मैं वही पुराना साथी हूंबस आहट और आवाज इन्हें, बरबस करीब ले आती हैहै चंद पलों का साथ, पुनः एक दूरी खड़ी महीनों कीजब भी…
शायरी

शायरी – 35

16 Sep 201918 Sep 2021
एक गर्म दुपहरी छांव रहित, प्यासा पथिक और धूप कठिनजलती काली सड़कों पर कहां, मिलते पानी और छांव कहींसब कुछ कृत्रिम घर के अंदर, बाहर की हवा के शत्रु घनेजब…
शायरी

शायरी – 34

9 Sep 20199 Sep 2019
प्रेम की बारिश में कुछ दिन से ओले जैसी बात थीसब कुछ ठीक मगर फिर भी क्यों अश्कों की बरसात थीउनको फिकर जमाने की और ख्वाहिश दुनिया के राज कीहमारी…

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