शायरी शायरी – 26 14 Apr 2019 यादें, इरादे तभी साथ अपने जब सांसों के मोती सलामत रहेंगे उठा कौन मंजिल पर अपने पहुंच कर, ये शिकवे गिले सब यहीं पर रहेंगे