शायरी शायरी – 24 20 Mar 2019 बिखरे लम्हों को समेट चलें कुछ विरानों को करें रोशन कुछ प्यार भरे जज्बातों से दिल से कुछ प्यार करें अर्पण अब मैंने निश्चय कर लिया नहीं जाना कभी अंधेरों…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 18 10 Feb 201911 Feb 2019 ये कैसा प्रेम आज मैं एक ऐसे विषय के साथ उपस्थित हुआ हूं जो आप सबने अपने जीवन में कहीं न कहीं महसूस जरूर किया होगा। आजकल प्रेमिजनों के प्रेम…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 16 2 Feb 201911 Feb 2019 कहीं एक पंक्ति पढ़ा था, "कल रात जिंदगी से मुलाकात हो गई।" पंक्ति क्या, एक पूरी कविता ही थी जिसकी अंतिम पंक्ति है, "मैं जिंदगी हूँ पगले, तुझे जीना सिखा…
शायरी शायरी – 16 2 Feb 201911 Feb 2019 रहगुजर में मिल ही जाता है एक हमसफ़र फर्क बस ये है कि तुमने खुद के लिए क्या चुना
शायरी शायरी – 15 29 Jan 201913 Feb 2019 कुमुदिनी संग भ्रमर अक्सर, कहानी रात भर की है चला जाता सुबह होते, किरण का साथ पाने को गुलाबों पर भी मंडराता, मकर रस का वो है प्यासा हमें भाते…
शायरी शायरी – 14 27 Jan 201930 Mar 2019 हमराह मिला न सफ़र में कोई ना जाने क्या रुसवाई है कल देखोगे मेरे संग काफिला भले आज बहुत तन्हाई है
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 14 26 Jan 201910 Jun 2022 गणतंत्र दिवस और मेरा देश जब नींद खुली अल सुबह आज, तब देखा एक नया प्रभात सारे चेहरे खुशहाल दिखे, तब सोच में पड़ गया क्या है आज लड़ते, भिड़ते,…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 10 21 Jan 20198 Apr 2019 पुरुष : संवेदना बनाम अवधारणा बातें सिमट रही हैं, रिश्ते सिमट रहे हैं बातें विकास की हैं, पर दिल सिमट रहे हैं भाई न भाई का है, ना है कोई…