शायरी शायरी – 21 21 Feb 2019 जीवन भर परिवार और समाज की उम्मीदों को उठाने वाले लोग जब चौथेपन की तरफ बढ़ते हैं तो अक्सर ही उन्हें रेगिस्तान के सूखे पेड़ की तरह उनके हाल पर…
शायरी शायरी – 16 2 Feb 201911 Feb 2019 रहगुजर में मिल ही जाता है एक हमसफ़र फर्क बस ये है कि तुमने खुद के लिए क्या चुना
शायरी शायरी – 14 27 Jan 201930 Mar 2019 हमराह मिला न सफ़र में कोई ना जाने क्या रुसवाई है कल देखोगे मेरे संग काफिला भले आज बहुत तन्हाई है
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 10 21 Jan 20198 Apr 2019 जीवन चलने का नाम अक्सर देखा गया है कि हममें से अधिकांश लोग किसी भी कठिनाई की कल्पना से ही बुरी तरह घबरा जाते हैं और हिम्मत हार कर बैठ…