कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 53 5 Dec 20205 Dec 2020 ये दुनिया आजकल ....... चलो, दो चार लम्हें प्यार से जी लें मेरे प्यारेये दुनिया जिंदगी में मौत के सपने सजाती हैचलो, लम्हों में जीवन ढूंढकर जी लें मेरे प्यारेये…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 22 24 Feb 2019 खुशी की पता - बताओ जरा समझ न सका तेरे दस्तूर को "अरुण" समझ न सका कि तेरी चाहत क्या है गर हंसता हूं तो चुभता हूं, रोने की फितरत…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 18 8 Feb 201911 Feb 2019 प्रोपोज डे और कल्लू का दर्द चहुं ओर लालिमा सूरज की, भई भोर और मैं हुआ विभोर होके निवृत्त नित कामों से, मैं निकल पड़ा ऑफिस की ओर कुछ दूर…
शायरी शायरी – 17 5 Feb 201911 Feb 2019 अपनाया खूबियों को ही कमियों को नजरंदाज किया पास आए तो नजर आया मंजर ख्वाबों के परे पाया फिर कौन कहे और सहे उल्फत गर प्रीत वो थी तो गम…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 16 2 Feb 201911 Feb 2019 कहीं एक पंक्ति पढ़ा था, "कल रात जिंदगी से मुलाकात हो गई।" पंक्ति क्या, एक पूरी कविता ही थी जिसकी अंतिम पंक्ति है, "मैं जिंदगी हूँ पगले, तुझे जीना सिखा…
शायरी शायरी – 16 2 Feb 201911 Feb 2019 रहगुजर में मिल ही जाता है एक हमसफ़र फर्क बस ये है कि तुमने खुद के लिए क्या चुना
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 16 1 Feb 201911 Feb 2019 वफा की एक अदा अनेकों बार हमारे जीवन में ऐसे मौके आते हैं जब हम किसी व्यक्ति को दिल से चाहते या इज्जत करते हैं लेकिन उस व्यक्ति को हमारी…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 13 24 Jan 20198 Apr 2019 एक प्रेमी की व्यथा कल तक जिनकी जान थे हम अब भूल गए पहचान मेरी कल तक जो मरते थे हम पर अब भूल गए वो शान मेरी जिनके दिन…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 12 23 Jan 20198 Apr 2019 अब समय नहीं है खोने का गिन कदम खुद ही अपने बंदे गैरों की गिनती ढीली है गिनता चल अपनी सांसें भी दूजों की फितरत मैली है जीवन है तेरा…