कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 44 17 May 2020 दान या दिखावा लड़कर वो खुद शमशीरों सेपत्थर को मकान बनाता हैआजीवन इज्जत को तरसेचुपचाप कहीं मर जाता है देखें हैं लुटेरे अरबों केबंगलों की नींव हैं लाशों परआंखों की…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 17 6 Feb 201918 Sep 2021 औलाद वालों फूलो फलो इन दिनों प्रयागराज में कुंभ मेले की भव्य छटा श्रद्धालुओं को अत्यंत मनोरम और दिव्यता का अनुभव प्रदान कर रही है। यह सत्य है कि इस…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 16 2 Feb 201911 Feb 2019 कहीं एक पंक्ति पढ़ा था, "कल रात जिंदगी से मुलाकात हो गई।" पंक्ति क्या, एक पूरी कविता ही थी जिसकी अंतिम पंक्ति है, "मैं जिंदगी हूँ पगले, तुझे जीना सिखा…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 14 26 Jan 201910 Jun 2022 गणतंत्र दिवस और मेरा देश जब नींद खुली अल सुबह आज, तब देखा एक नया प्रभात सारे चेहरे खुशहाल दिखे, तब सोच में पड़ गया क्या है आज लड़ते, भिड़ते,…
विचार श्रृंखला विचार श्रृंखला – 13 25 Jan 20198 Apr 2019 मन में आया कि कुछ लिखूं। मुद्दे सामने थे हजारों की संख्या में। एक को चुनता तो दूसरा दु:खी होता और दूसरे को चुनता तो पहला और तीसरा। यह क्रम…