शायरी शायरी – 42 4 May 20204 May 2020 वो निकल पड़ते हैं अंधी राह पर खामोश मगन होकेइश्क़ ही जब जहर से हो तो मरने से कब तक रोकें © Arun अर्पण
शायरी शायरी – 28 8 May 2019 फिदा हूं तेरी इसी अदा पर ऐ दोस्त जलन भी जताया तो प्यार के साथ क़त्ल करने की तेरी अदा बेमिशाल जहर भी पिलाया मुस्कान के साथ