शायरी शायरी – 47 2 Aug 202018 Sep 2021 जब काश का दौर दिखे सम्मुखबस याद जरा कर लो दिल सेहैं दूर बदन, नहीं दिल से जुदादिल खोल के रख दो जरा फिर से © Arun अर्पण
शायरी शायरी – 31 27 Jul 201927 Jul 2019 कुछ खट्टे मीठे यादों की, बारिश हो दिलों में प्यार भरी तुम मेरी सुनो, मैं तेरी सुनूं, और गरम चाय हो रंग भरी तुलसी जैसी गुणवान, मधुर, हर एक एहसास…
शायरी शायरी – 28 8 May 2019 फिदा हूं तेरी इसी अदा पर ऐ दोस्त जलन भी जताया तो प्यार के साथ क़त्ल करने की तेरी अदा बेमिशाल जहर भी पिलाया मुस्कान के साथ