Celebrations Happy Fathers’ DAY 16 Jun 201916 Jun 2019 तुम्हारी निश्चल आँखेंतारों सी चमकती हैं मेरे अकेलेपन की रात के आकाश मेंप्रेम पिता का दिखाई नहीं देताईश्वर की तरह होता हैजरूर दिखाई देती होंगी नसीहतेंनुकीले पत्थरों सी। चंद्रकांत देवताले…
कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 10 21 Jan 20198 Apr 2019 पुरुष : संवेदना बनाम अवधारणा बातें सिमट रही हैं, रिश्ते सिमट रहे हैं बातें विकास की हैं, पर दिल सिमट रहे हैं भाई न भाई का है, ना है कोई…