कविता/poetry काव्य श्रृंखला – 15 29 Jan 201930 Mar 2019 रोते हो क्या उसने पूछा, रोते हो क्यामैं बोल दिया, हां कभी कभीउसने समझा मैं बुजदिल हूंकायर, डरपोक, नादान सभी क्या समझाऊं, क्या बताऊं उसेक्या समझेगा वो रीत मेरीक्यों रोता…